जबलपुर मामले में कमलनाथ ने की दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग

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भोपाल। प्रदेश के जबलपुर में स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां बरगी के स्वास्थ्य आरोग्यम केंद्र में एक मासूम ने इलाज के इंतजार में मां की गोद में दम तोड़ दिया। इस दौरान मां अपने बच्चे को सीने से लगाकर रोती रही। यह पूरा घटनाक्रम बुधवार का है जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस पूरे मामले को ह्दयविदारक बताते हुए दोषियों के खिलाफ कढ़ी कार्यवाही की मांग की है।


पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर कहा ‘मध्यप्रदेश के जबलपुर के बरगी की यह तस्वीरें बेहद ह्रदय विदारक है। एक मासूम बालक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर अपनी माँ की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ देता है क्योंकि ना उसे डॉक्टर मिल पाया, ना इलाज मिल पाया। मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की तस्वीरें निरंतर सामने आ रही है लेकिन जिम्मेदार सिस्टम सुधारने की बजाय, मुक़दर्शक बन कर यह सब देख रहे हैं।


उन्होंने कहा कि यह तस्वीरें शिवराज सरकार के सुशासन, स्वर्णिम प्रदेश, विकास के दावों की पोल खोल रही है। मैं सरकार से माँग करता हूँ कि इस मामले की जाँच हो, इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, पीडि़त परिवार की हर संभव मदद हो।

बता दें कि चरगवां थाना क्षेत्र के तिनहेटा देवरी निवासी मासूम के पिता संजय पन्द्रे अपने 5 वर्षीय मासूम बेटे ऋषि पन्द्रे को इलाज के लिए बरगी के स्वास्थ्य आरोग्यम केंद्र लेकर पहुंचे थे, लेकिन अस्पताल में न तो कोई जिम्मेदार अधिकारी थे और न ही डॉक्टर। बेबस मां और परिजन काफी देर तक बेटे को लेकर अस्पताल के दरवाजे पर ही इंतजार करते रहे लेकिन कई घंटों तक जब डॉक्टर नहीं पहुंचा तो मासूम बालक ने अस्पताल की दहलीज पर ही दम तोड़ दिया। सीएमएचओ जबलपुर दफ्तर से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगी में डॉ. लोकेश की ड्यूटी थी। वह बुधवार को अस्पताल में दोपहर 12 बजे पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक डॉ. लोकेश ने अपने सीनियर्स को बताया कि परिवार में एक धार्मिक कार्यक्रम के कारण वे ड्यूटी पर देरी से पहुंचे थे।

इधर इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर से फोन पर बात कर जांच के निर्देश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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