बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात, नौ से बारिश की संभावना

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ग्वालियर। लंबे समय से गर्मी का सामना कर रहे ग्वालियर-चंबल अंचल में मानसूनी बारिश का एक और दौर देखने को मिल सकता है। मौसम के जानकार बता रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है जो कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर नौ सितम्बर से सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से 15 सितम्बर तक रुक-रुककर बारिश हो सकती है।

पिछले कुछ दिनों से ग्वालियर-चंबल संभाग में मानसूनी गतिविधियां लगभग थमी हुई हैं। इसके चलते पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही टिका हुआ है। इसी क्रम में मंगलवार को मौसम लगभग शुष्क रहा। जिससे दिन भर धूप खिली रही। इसके चलते पिछले दिन की अपेक्षा मंगलवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं दक्षिण-पश्चिमी चलीं। जिनकी गति लगभग दो किलोमीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 71 और शाम को 64 प्रतिशत दर्ज की गई।

स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने बताया कि मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई से निकलकर अब गंगानगर, हिसार, हरदोई, गोरखपुर, पटना, बोकारो, दीघा से होते हुए दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से गुजर रही है। यह अभी ग्वालियर से उत्तर में है। धीरे-धीरे यह दक्षिण की ओर शिफ्ट होगी। इसके अलावा मंगलवार को पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। जिसके नौ सितम्बर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में पहुंचकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों से होते हुए विदर्भ, छत्तीसगढ़ और फिर उत्तरी मध्यप्रदेश की ओर आने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से 9 से 15 सितम्बर तक मध्यप्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों के अलावा ग्वालियर-चंबल संभाग में भी रुक-रुककर बारिश होने की उम्मीद है।

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