मप्र में व्यापमं से बड़ा नर्सिंग कॉलेज घोटाला कर रही शिवराज सिंह चौहान सरकार: कांग्रेस

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भोपाल। नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद सिंह ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर व्यापम घोटाले से बड़ा नर्सिंग कालेज घोटाला करने का गंभीर आरोप लगाया है। गोविंद सिंह ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान सरकार में प्रदेश पहले ही व्यापमं घोटाले के रूप में हुए देश के सबसे जघन्य और क्रूर घोटाले का गवाह बन चुका है। अब मध्यप्रदेश में व्यापम से भी बड़ा नर्सिंग घोटाला भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में चल रहा है।


नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा है कि शिवराज सरकार सिर्फ डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले छात्रों का भविष्य और जीवन बर्बाद करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अब नर्सिंग कॉलेज के 60,000 से अधिक छात्रों का जीवन तबाह कर रही है। प्रदेश में 667 नर्सिंग कॉलेज संचालित हैं। हमें सूचना के अधिकार के तहत जो सूचना प्राप्त हुई है, उसमें मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल ने बताया कि वर्ष 2020-21 में 130 नर्सिंग कॉलेज अमानक हैं। इसी तरह 2021-22 में भी 130 नर्सिंग कॉलेज को मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल ने अमानक माना।


गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में चल रहे नर्सिंग घोटाले के घटनाक्रम पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल ही नहीं माननीय उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के 29 जून 2022 के आदेश से पता चलता है कि माननीय हाईकोर्ट द्वारा बनाई गई जांच कमेटी ने जिन 200 कॉलेजों का निरीक्षण किया उनमें से 70 कॉलेज अमानक पाये गये हैं। सरकार ने हाई कोर्ट को 18 अगस्त 2022 को रिपोर्ट सौंप कर स्वीकार किया कि 94 कॉलेज की मान्यता सरकार ने समाप्त कर दी है।


इसी तरह माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने 23 अगस्त 2022 को मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल के रजिस्ट्रार को निलंबित करने का आदेश देकर प्रशासक नियुक्त करने का आदेश दिया। इसी मामले में पूर्व में कौंसिल की रजिस्ट्रार श्रीमती चंद्रकला दिवगैया को निलंबित किया, संगीता तिवारी प्राचार्य नर्सिंग महाविद्यालय उज्जैन को निलंबित किया, सुप्रिया विक्टर ट्यूटर एफएचडब्ल्यू, टेऊनिंग सेंटर धार को निलंबित किया, नेहा टाइट्स सिस्टर ट्यूटर शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय उज्जैन को निलंबित किया, गायत्री पुरोहित सिस्टर ट्यूटर स्कूल ऑफ नर्सिंग देवास को निलंबित किया, मालती लोधी प्राचार्य स्कूल ऑफ नर्सिंग जबलपुर को निलंबित किया, सेवंती पटेल सिस्टर ट्यूटर शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय उज्जैन को निलंबित किया, शारदा नागवंशी सिस्टर ट्यूटर शासकीय महाविद्यालय विदिशा को निलंबित किया।


इस कार्यवाही से पता चलता है कि न सिर्फ कॉलेजों को मान्यता देने में घोटाला किया गया है, बल्कि जांच कर क्लीनचिट देने में भी घोटाला हुआ है। यानि व्यापमं घोटाले की तरह इस घोटाले के भी अलग-अलग स्तर हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास इन सभी कॉलेजों की सूची है उन फैकल्टीज की पूरी सूची उपलब्ध है जो कई कई नर्सिंग कॉलेज में पढ़ा रहे हैं। संभावना इस बात की है कि ये नर्सिंग कॉलेजों को भाजपा नेताओं के संरक्षण में मान्यता दी गई है।


कांग्रेस ने सवाल करते हुए कहा कि आपके माध्यम से यह पूछना चाहते हैं कि क्या इतने स्तर पर कोई धांधली मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री मध्य प्रदेश, नर्सिंग काउंसिल आयुक्त चिकित्सा शिक्षा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा की मर्जी के बगैर हो सकता है। मैं यह बातें इसलिए बहुत गंभीरता से पूछ रहा हूं क्योंकि यह 60,000 नर्सिंग छात्रों के भविष्य का सवाल नहीं, बल्कि उन करोड़ों नागरिकों के स्वास्थ्य का भी सवाल है, जिनकी सेवा आगे चलकर इन झूठे नर्सिंग कॉलेज से पढक़र निकले छात्र करेंगे।


कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा हैं कि सरकार इस तरह के घोटाले को संरक्षण देने के बजाय हाईकोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच सौंपे। यदि घोटाला इसी तरह आगे बढ़ता गया तो कहीं व्यापमं घोटाले की तरह इसमें भी बड़े पैमाने पर संदिग्ध मौतें और हत्याएं न होने लगें। व्यापमं घोटाले पर तभी लगाम लग पायी थी, जब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप किया था। बेहतर होगा, बच्चों के भविष्य और उनकी जान की रक्षा की जाये और इस मामले पर तत्काल कदम उठाये जायें।

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