स्वस्थ्य महकमे की अजब गजब चालाकी, रिपोर्ट पॉजिटिव है फिर भी मृतका का नाम सूची में शामिल नहीं

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कोरोना वायरस के संक्रमण से हाेने वाली माैताें की संख्या कम करने के लिए अब स्वास्थ्य महकमा चालाकी कर रहा है। काेविड रिपाेर्ट पाॅजिटिव आने के बाद इलाज के दाैरान मरने वाली महिला का नाम मृतकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है, वहीं दूसरी ओर जिस अस्पताल को कोविड मरीजों को भर्ती करने की अनुमति नहीं है, उसमें मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

यहां भर्ती एक कोविड मरीज की इलाज के दाैरान मौत हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी प्रशासनिक अफसर बेपरवाह बने हुए हैं। जबकि यहां भर्ती एक अन्य मरीज की जब ज्यादा हालत खराब हुई तो उन्हें सुपरस्पेशलिटी हाॅस्पिटल जाने के लिए कहा गया। बाद में उनका निधन हो गया। स्वास्थ्य संचालक ने कहा- मामले की जांच कराएंगे स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डाॅ. एके दीक्षित का कहना है कि आपके द्वारा सामने रखे गए दोनों ही मामले बेहद गंभीर हैं। यदि इस प्रकार की लापरवाही बरती गई है, तो इसकी जांच की जाएगी। जो भी इस मामले में दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

केस-1 

रिपोर्ट पाॅजिटिव हाेने के बाद माैत, न सूची में नाम न घर काे कंटेनमेंट जाेन बनाया

अवाड़पुरा निवासी 63 वर्षीय महिला आखिरी बेगम 18 सितंबर की रिपोर्ट में पॉजिटिव निकली थीं। इसी दिन उनका निधन हो गया। परिजनों ने बिना कोविड प्रोटोकोल का पालन किए उन्हें सुपुर्देखाक कर दिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी 19 से लेकर 24 सितंबर तक के बुलेटिन में मृतिका की गिनती कोरोना संक्रमण से होने वाले मृतकों में नहीं की गई। यहां तक की उनके घर को कंटेनमेंट जोन भी नहीं बनाया गया। परिवार के सभी लोगों के सैंपल भी नहीं लिए गए।

केस-2

बिना अनुमति इलाज, मरीज की मौत होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई

शिंदे की छावनी स्थित अस्पताल में कोरोना पीड़ित कैलाश खंडेलवाल का 22 सितंबर को निधन हो गया। वे अस्पताल में तीन दिन तक भर्ती रहे। इस अस्पताल काे कोविड मरीजों को भर्ती करने की अनुमति नहीं है। इससे पहले राधेश्याम शर्मा (69) को भी भर्ती कर लिया गया था। इनकी रिपोर्ट पांच सितंबर को पॉजिटिव आई थी। दोनों मामलों में सीएमएचओ डाॅ. वीके गुप्ता ने कोई कार्रवाई नहीं की।

3 और डॉक्टर हुए संक्रमित, 24 घंटे बाद भी संक्रमित को नहीं पकड़ सकी पुलिस

शुक्रवार को जांच में जीआरएमसी के सर्जरी, मेडिसिन व गायनिक विभाग के एक-एक डॉक्टर पॉजिटिव निकले। वहीं जिला अस्पताल मुरार स्थित रैन बसेरा से भागे कोरोना संक्रमित को 24 घंटे बाद भी पुलिस पकड़ नहीं पाई। सिंहपुर रोड निवासी इस युवक की रिपोर्ट चार दिन पहले पॉजिटिव आई थी, जो गुरुवार रात को भाग गया।

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