खेतों में डूबे अरमान:पानी में बहा सैकड़ों ​क्विंटल गेहूं, अंकुरित होने लगी फसल

गांव में कटने से बची गेहूं की फसलें पानी में जलमग्न

रायसेन – छह दिनों से आंधी, तूफान, बारिश और ओलों का दौर चल रहा है। इस स्थिति ने रायसेन जिले में जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। शनिवार-रविवार की रात में हुई तेज बारिश से पैमत, व्यावरा, धनोरा और वनछोड़ गांव में कटने से बची गेहूं की फसलें पानी में जलमग्न हो गईं।
पैमत गांव में किसान प्रकाश बसेडिया का खलिहान में रखा करीब 300 क्वि. गेहूं भी नाले के उफान पर आने से पानी में बह गया। खलिहान से बहकर आए गेहूं का गली की सड़क पर जाकर ढेर लग गया है। गांव के लोगों ने बताया कि 50 साल के इतिहास में चैत्र महीने में कभी इतनी तेज बारिश नहीं देखी।
कल रात में ऐसा लगा कि मानों बादल फट गए हो। गांव के बीच से निकले नाले में इतना पानी आ जाएगा, ऐसी उम्मीद तक नहीं थी। यह नाला उफान पर आकर इतनी तबाही करेगा। कलेक्टर अरविंद दुबे के निर्देश के बाद राजस्व अधिकारियों द्वारा नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है।

तिनका-तिनका बीन रहे किसान, क्योंकि 3 दिन बाद बेटी की शादी

उदगुंवा में खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल बारिश के पानी में डूब गई। अब किसान खेतों से फसल का तिनका, तिनका बीन रहे हैं। पलोथर निवासी गौरी यादव गौरी बताते हैं कि घर में 17 अप्रैल को बेटी की शादी है। इसलिए खेत में बचा तिनका-तिनका बीन रहे हैं। अहमदपुर क्षेत्र में कई जगह खेतों में कटी हुई चना की फसल पड़ी हुई है। खेतों में पड़ी चना की फसल भीगने से सड़ने लगी है। दानों में अंकुर भी फूटने लगे हैं।