कुलदीप यादव को दूसरे टेस्ट से बाहर करना अविश्वसनीय : सुनील गावस्कर

नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ आज से शुरु हुए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में कुलदीप यादव को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया। भारतीय टीम मैनेजमेंट के इस फैसले ने कई प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों को चौंका दिया है। कुलदीप पहले टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने मैच में आठ विकेट लिए थे और बल्ले से भी योगदान दिया था, उन्होंने निचले क्रम में महत्वपूर्ण 40 रन बनाकर भारत को पहली पारी में 404 रनों के मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

दूसरे टेस्ट में कुलदीप की जगह तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को शामिल किया गया, जो 2010 के बाद से भारत के लिए अपना पहला टेस्ट खेल रहे हैं। कप्तान केएल राहुल ने स्वीकार किया कि स्पिनर को बाहर करना एक “दुर्भाग्यपूर्ण” निर्णय था, भारत के पूर्व कप्तान और बल्लेबाजी के दिग्गज सुनील गावस्कर ने कुलदीप को बाहर बैठाने के लिए टीम प्रबंधन पर जमकर निशाना साधा।

निर्णय को “अविश्वसनीय” बताते हुए, गावस्कर ने कहा कि अगर पिच की प्रकृति के आधार पर निर्णय लिया जाता तो वे किसी अन्य स्पिनर को हटा सकते थे।

गावस्कर ने एक खेल चैनल से बातचीत में कहा, “पिछले मैच में मैन ऑफ द मैच रहे खिलाड़ी को ड्रॉप करना, अविश्वसनीय है। यही एकमात्र शब्द है जिसका मैं उपयोग कर सकता हूं और यह एक कोमल शब्द है। मैं काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करना चाहूंगा, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने एक मैन ऑफ द मैच को बाहर कर दिया, जिसने 20 में से आठ विकेट लिए।”

उन्होंने कहा, “आपके पास दो और स्पिनर हैं। तो निश्चित रूप से, अन्य स्पिनरों में से एक को बाहर किया जा सकता था। लेकिन आठ विकेट लेने वाले इस शख्स को बाहर करना समझ से परे हैष आज पिच जैसी दिखती है, उसे देखते हुए उन्हें खेलना चाहिए था।’

कुलदीप ने मार्च 2021 के बाद पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की है। उन्होंने पहले टेस्ट की दो पारियों में 5/40 और 3/73 के प्रभावशाली आंकड़े दर्ज किए थे।

दूसरे मैच की बात करें तो इस मुकाबले में बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। समाचार लिखे जाने तक बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 6 विकेट पर 213 रन बना लिए हैं। मोमिनुल हक 81 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन. जयदेन उनादकट और उमेश यादव ने 2-2 विकेट लिए हैं।