इज्तिमा से लौटे युवक की संदग्धि मौत

गुना। राजधानी में आयोजित इज्तिमा से लौटे गुना के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है और देर रात जिला अस्पपताल में जमकर हंगामा किया । उधर, पुलिस का कहना है कि उन्होंने सिर्फ युवक को पूछताछ के लिए रोका था। अचानक उसे चक्कर आया। उसे जिला अस्पताल लाए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

मामला सोमवार देर रात का है। शहर के कैंट इलाके के गोकुल सिंह के चक्क का रहने वाला इजराइल खान (30) तीन दिन से भोपाल इज्तिमे में था। सोमवार शाम वह इंटरसिटी ट्रेन से वापस गुना लौटा। स्टेशन से उतरकर वह ऑटो से घर जा रहा था। इसी दौरान कुशमौदा चौकी पर पुलिस ने उसे रोक लिया। पुलिस के अनुसार यहीं पर उसे चक्कर आने लगे। पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। गौरतलब है कि युवक और उसके परिवार पर दो दिन पहले पुलिस पर हमला करने के आरोप लगे थे। पुलिस के साथ गाली-गलौज का वीडियो भी सामने आया था।

सूचना मिलने पर पहुंचे युवक के परिवार और समाज के लोगों ने रात में गुना जिला अस्पताल में हंगामा किया। अधिकारियों के आश्वासन पर वे माने, लेकिन आज सुबह फिर लोग जमा हो गए और पुलिसवालों पर एफआईआर की मांग करने लगे। मौके पर पुलिस बल तैनात करना पड़ा। मृतक के पिता मुनव्वर खान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बेटे से मारपीट की। इसी मारपीट से उसकी मौत हुई। हालांकि, पुलिस मारपीट की बात से इनकार कर रही है। पुलिस के अनुसार युवक को केवल रोका था। वह इसी डर से बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।देर रात तक बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग अस्पताल में इकट्ठा हो गए। लगभग 10 थानों की पुलिस तैनात करनी पड़ी। रात दो बजे समाज का एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर और एसपी से मिला। उनके आश्वासन के बाद सभी लोग माने और बॉडी को पोस्टतमार्टम रूम में रखवाया। प्रशासन ने यह आश्वासन दिया कि तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टामार्टम करेगा। इसकी पूरी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। मंगलवार सुबह तीन डॉक्टरों की टीम ने शव का पीएम किया, जिसके बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है।

एसपी पंकज श्रीवास्तव ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गयी है। शव का पीएम कराया गया है। उसमें जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्यवाही की जाएगी। शुरुआती तौर पर जिन चार आरक्षकों के नाम सामने आए थे, उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है।