प्रियदर्शिनी अभियान में शामिल हुए कमलनाथ, युवाओं को बताया सामाजिक मूल्यों का संरक्षक

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभाकक्ष में मप्र महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रियदर्शिनी अभियान के शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी शक्ति ज्ञान की होती है, आपको जो ज्ञान होगा वही सबसे आपकी सबसे बड़ी ताकत है, क्लासरूम तक अपना ज्ञान न रखे, क्लास रूम के बाहर भी एक क्लासरूम है, वह आपको सबसे बड़ी शक्ति देगा।

कमलनाथ ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान में बहुत अंतर है, आज की नई पीढ़ी के सामने बहुत बड़ी चुनौती है, आपको बाहर के क्लासरूम को समझने की जरूरत है। आप उस पीढ़ी के हैं जहां आपके पास इंटरनेट है, सोशल मीडिया है, सेल फोन है, आपकी दुनिया और आपके माता पिता की दुनिया में बहुत अंतर है, पहले की दुनिया और आज की दुनिया में बहुत अंतर है और आने वाली दुनिया में भी बहुत अंतर रहेगा। आज की दुनिया से तो आप जुड़ गये हैं ,आगे आने वाली दुनिया के लिए आप को जुडऩा पड़ेगा।

कमलनाथ ने कहा कि आपको सही और गलत की पहचान होना बहुत जरूरी है। बहुत सारे लोग आप को गुमराह करेंगे, आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज भारत की सबसे बड़ी शक्ति, अध्यात्मिक शक्ति है, किसी देश के पास आध्यात्मिक शक्ति नहीं है। हमारे जो सामाजिक मूल्य हैं इनको जीवित रखना भी आपका काम है, आज की नई पीढ़ी सामाजिक मूल्यों से थोड़ा पिछड़ गई है, सामाजिक मूल्यों पर ही हमारा देश टिका हुआ है, सामाजिक मूल्यों को सुरक्षित रखना आपकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि हमारी संस्कृति जोडऩे की संस्कृति है।

पूर्व सीएम ने कहा कि आपका एक लक्ष्य होना चाहिए कि हम गुमराह नहीं होंगे, हमें सच्चाई का साथ देना है क्योंकि आज की युवा शक्ति, नौजवान रोजगार के लिए भटकर रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा बच्चियों को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाती है, क्या इन घोषणाओं से आपका भविष्य सुरक्षित रह सकता है? उन्होंने प्रियदर्शिनी अभियान में आयी युवतियों के प्रति विश्वास जताते हुए कहा कि आप सब जो नई पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं, आप मध्य प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखेंगे, प्रदेश के भविष्य के बारे में सोचते हुए अपनी सोच रखेंगे।

मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल ने प्रियदर्शिनी अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस अभियान में प्रदेश भर की 17 से 28 वर्ष की युवतियों को जोड़ा जायेगा। एक महाविद्यालय से लगभग 25 छात्राओं को इस जोडक़र जिला स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके तहत वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई, झुग्गी बस्तियों में जाकर शिक्षा प्रदान करना, स्वास्थ्य शिविर लगाना आदि गतिविधियां संचालित की जायेंगी।