नर्मदापुरम में 15 से ज़्यादा लोग बीमार उलटी दस्त के कारण मां-बेटा सहित 3 की मौत

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जायज़ा लेने गुरुवार सुबह बागरातवा पहुंचे कलेक्टर नीरज कुमार सिंह

नर्मदापुरम के बागरातवा में उल्टी-दस्त होने के कारण 3 लोगों की मौत का मामला सामने आया है जिनमे से दो महिला और एक पुरुष शामिल है । जिसके बाद कलेक्टर गुरुवार की सुबह 7 के आस पास बागरातवा गांव पहुंचे। उस दौरान जिला पंचायत सीईओ मनोज सरयाम, सीएमएचओ डॉ. दिनेश दहलवार, पीएचई विभाग प्रमुख अधिकारी भी उनके साथ रहे। बताया जा रहा है की उन्हें गांव के एक मोहल्ले में 16 से ज्यादा लोग मिले जो की उल्टी-दस्त से पीड़ित थे । ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नलजल योजना की पेयजल सप्लाई का पानी दूषित है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा की इसका पानी पीने से ग्रामीण बीमार हुए हैं। ट्यूबवेल के पास एक कुआं है,जिसमे काफी गंदगी है। गांव में कुछ जगहों पर पाइपलाइन भी फूटी हुई है। और सड़क, नाली का गंदा पानी पाइपलाइन में जाता है। स्वास्थ्य विभाग का भी यही मानना है की दूषित पानी पीने के कारन संक्रमण फैला है । संक्रमण के बाद गांव में कैंप लगाया गया है। बीएमओ ने बताया कि अब स्थिति काबू में है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देंश पर बुधवार को सीएमएचओ डॉक्टर दिनेश दहलवार स्वास्थ्य टीम के साथ बागरा पहुंचे। स्वास्थ दल ने गांव का सर्वे किया गया और साथ ही ग्रामीणों को क्लोरीन टेबलेट और ओआरएस पाउडर के पैकेट बांटे गए।

वहीँ इस बीमारी से गांव के सफाई मोहल्ले में रहने वाले मुन्ना उम्र 40 पिता रेवाराम कहार , आदिवासी विद्या बाई उम्र 45 पति पंचूकी मौत हो गयी है। मुन्नालाल की बुजुर्ग मां सुंदरबाई जो की 90 वर्ष की थीं उनकी भी मौत हुई है । वे मंगलवार रात को सोई थीं। और बुधवार सुबह नहीं उठीं। कलेक्टर ने इनके परिजनों से बातचीत कर संवेदना व्यक्त की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉक्टर शिल्पा साहू ने बताया की अभी तक लगभग 17 उल्टी–दस्त की मरीज़ के सामने आ चुके है। जिनमे से 12 मरीज हमारे पास इलाजके लिए आये । और बाकी प्रायवेट डॉक्टर के पास गए। जिनकी लोगों की मौत हुई उनका प्रायवेट डॉक्टर्स के इलाज चल रहा था । बाल विकास परियोजना अधिकारी माखननगर वीणा बोरासी के अनुसार अभी तक डेढ़ सौ से ज़्यादा लोगों का सर्वे किया गया है , जिसमें 2 लोगों की मौत हो गयी है । और तीसरी मृतका 90 साल की बुजुर्ग मां है। लेकिन उन्हें उल्टी-दस्त के लक्षण नहीं थे। वे रात में सोई पर सुबह उठी नहीं । फिलहाल में 16 लोग उल्टी दस्त से ग्रसित हैं। इन लोगों का प्राथमिक उपचार के बाद स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है।

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