मेरे ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप रहते तो क्या ED, IT, CBI मुझे छोड़ देते? – दिग्विजय

जनता के ऊपर निर्भर करता है कि मेरा जनाजा निकलेगा या पलक पावडे़ बिछाकर स्वागत करेगी – दिग्विजय

भोपाल – मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह अपनी परंपरागत राजगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं। दिग्विजय सिंह का मुकाबला 2 बार से BJP के सांसद रोडमल नागर से है। दिग्विजय की उम्मीदवारी के कारण BJP यहां ज्यादा ताकत लगा रही है। भाजपा दिग्विजय सिंह को हिंदू और सनातन विरोधी बताकर प्रचार कर रही है, तो दिग्विजय स्थानीय मुद्दों और अपने मुख्यमंत्री के समय में कराए गए कामों और राजगढ़ से जुड़ाव के आधार पर वोट मांग रहे हैं। चुनावी व्यस्तता के बीच दिग्विजय सिंह ने दैनिक भास्कर से बात की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…।

सवाल- 33 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार भोपाल से लडे़ थे, ये फैसला आपका है या पार्टी का?
जवाब- मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं। जो पार्टी का आदेश होता है, उसका पालन करता हूं।

सवाल- अमित शाह खिलचीपुर आए, उन्होंने कई बातें कहीं। क्या कहेंगे?
जवाब – मेरे प्रति उनका अपार प्रेम झलका। हर मिनट में उन्होंने मेरा नाम लिया। दूसरी बात वे 8 बार झूठ बोले। वे हर 2 मिनट में 1 बार झूठ बोले, जिसका कोई प्रमाण और अस्तित्व नहीं है। आखिर में यहां तक कह दिया कि मेरा जनाजा धूमधाम से निकले। तो ठीक है। वे हमारे गृहमंत्री हैं। अगर वे यही चाहते हैं कि तो यह उनकी बात हो सकती है, लेकिन मुझे उसकी परवाह नहीं। क्योंकि, मैं जनता के बीच आया हूं। जनता के ऊपर निर्भर करता है कि मेरा जनाजा निकलेगा या पलक पावडे़ बिछाकर स्वागत करेगी।

यह तस्वीर शनिवार की है, जब दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ के तलेन चुनावी सभा को संबोधित किया था। इसमें शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री दीपक जोशी भी पहुंचे थे।
यह तस्वीर शनिवार की है, जब दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ के तलेन चुनावी सभा को संबोधित किया था। इसमें शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री दीपक जोशी भी पहुंचे थे।
सवाल- BJP कहती है कि आपने भगवा को आतंकवाद कहा?
जवाब – वो प्रमाण तो दें। हवा में क्यों बात करते हैं? मैंने ये कहां-कहा… कब कहा। मैंने कभी नहीं कहा कि किसी भी आतंकवाद को रंग से जोड़ा जा सकता है। आतंकवाद को रंग से नहीं जोड़ा जा सकता। आतंकवाद को मानसिकता से जोड़ा जाता है। हर धर्म के लोग इस मानसिकता के हो सकते हैं।

सवाल- BJP के लोग आपको मिस्टर बंटाढार कहते हैं। कमलनाथ को मिस्टर करप्शन नाथ। क्या कहेंगे?
जवाब – मैं इनकी परवाह नहीं करता। करप्शन का एक प्रमाण बता दें। आज अगर मेरे ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप रहते तो क्या ED, IT, CBI मुझे छोड़ देते? मैं इसकी परवाह नहीं करता। मैंने जो कुछ किया है, जनता को उसकी जानकारी है। उस समय तो हमें राशि ही नहीं मिलती थी। देश का 28% सेंट्रल टैक्स केवल राज्यों में आता था। मनमोहन सिंह जी ने उसे बढ़ाकर 42% किया है। अब पैसा मिल रहा है, तो काम हो रहे हैं।

सवाल- अगर उस समय पैसा मिलता, तो आप भी डेवलपमेंट कर पाते?
जवाब – और ज्यादा डेवलपमेंट होता। मुझे दिक्कत ही नहीं आती, लेकिन उस समय भी जितना हुआ है, आप लोगों से पता लगा लीजिए। यहां के लोगों से ही पूछ लीजिए कि मेरे कार्यकाल में ही यहां कितना काम हुआ है।

सवाल- राजगढ़ के सांसद को लेकर क्या कहते हैं?
जवाब – मैं कहूंगा तो अच्छा नहीं लगेगा। आप यहां के लोगों से पूछिए।

सवाल – राजगढ़ लोकसभा में राहुल-प्रियंका गांधी की सभा नहीं हो रही, इसकी वजह?
जवाब – हमने मांग तो की है।

सवाल- परिणामों को लेकर क्या उम्मीद है?
जवाब – बात ये है कि चुनाव तो जीतने के लिए ही लड़ा जाता है।

सवाल- आप EVM को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। EVM के दौर में जीत को लेकर कितने आश्वस्त हैं?
जवाब – फर्क इतना रहे कि EVM भी हार जाए।

सवाल – लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि आपकी राज्यसभा निधि ऐसे लोगों को मिलती है, जो कांग्रेस को हराने का काम करते हैं। क्या वे कुछ नाराज हैं?
जवाब – आप उनसे पूछिए।

सवाल- अपने नामांकन के दिन कहा कि कार्यकर्ता शक्ति प्रदर्शन न करें, बूथ पर बैठक करें?
जवाब – मेरा चुनाव तो बूथ पर ही लड़ा जाएगा।

राजगढ़ के तलेन में दिग्विजय सिंह ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
राजगढ़ के तलेन में दिग्विजय सिंह ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
सवाल- क्या आपको लगता है कि कांग्रेस अगर बूथ पर फोकस करती, तो शायद विधानसभा में रिजल्ट कुछ और आते?
जवाब – सभी को करना चाहिए।

सवाल – प्रदेश में 20 साल से भाजपा की सरकार है। नए युवा जिन्होंने BJP का ही शासन देखा है, उन्हें मोटिवेट कर पाएंगे?
जवाब – आपने सुन लिया, एक युवक का भाषण मैंने इसीलिए कराया है।

सवाल – 77 साल की उम्र में आप पदयात्रा कर रहे हैं। दिक्कत नहीं होती?
जवाब- दिक्कत होती भी है, तो क्या है। राजनीति में हैं। मैंने जब ये रास्ता चुना था, तो ये जानकर चुना था कि यह आसान नहीं, कठिन रास्ता है। उस कठिन रास्ते पर चलना, मुझे चुनौती लगता है।

सवाल- क्या दिग्विजय सिंह की सलाह से राहुल गांधी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम पर्सनल लोन की बात शामिल की?
जवाब – यह बात सरासर झूठ है, आप बता दो कहां डाला। मेनिफेस्टो ऑनलाइन उपलब्ध है।

सवाल- भाजपा आपको हिंदू विरोधी बताती है?
जवाब – मैं सनातनी हिंदू हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं कि बताओ, तुम्हारे हिंदू धर्म के कितने ऐसे लोग हैं, जिनके घर में 7 मंदिर हों, जहां वर्षों से अखंड ज्योत जलती हो। ऐसे हिंदू तुम्हारी पार्टी में हैं क्या? जिन्होंने 3300 किलोमीटर नर्मदा जी की परिक्रमा पैदल की हो? बताओ, भाजपा में कौन सा ऐसा सनातनी हिंदू है, जो एकादशी का व्रत करता हो? बताओ, कौन सा ऐसा हिंदू है, जो सनातन धर्म का पालन करता हो। मैं आषाढ़ी एकादशी को बिट्ठोवा दर्शन करने के लिए जाता हूं। मेरी आस्था प्रभु श्री राम में है। श्री राम मेरे दिल में हैं। इस बात को मैंने हमेशा माना है। धर्म का पालन करना निजी विषय है। इसे राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।

सवाल- आपने अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया?
जवाब- मैंने तो पत्र लिखकर दिया था कि अफजल गुरु को जल्द फांसी देनी चाहिए।

सवाल- आपने कहा कि कोरोना का टीका मत लगवाओ।
जवाब – मैंने कब कहा कि टीका मत लगवाओ। यहां तक कि जब आपकी भाजपा चूहों की तरह बिल में घुसी हुई थी। मैं उस कोरोना के समय गरीबों के घर में जाकर भोजन बांटता था। यहां राजगढ़ में जब ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। जयवर्धन उस समय मंत्री था। हमने मिलकर छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन के टैंकर मंगवाकर राजगढ़ के अस्पताल में ऑक्सीजन व्यवस्था की थी।