टीकमगढ़ में गर्भवती को नहीं मिला जननी वाहन

बाइक से अस्पताल ले जाते समय बढ़ा दर्द, घर की महिलाओं ने पथरीले रास्ते पर कराई डिलीवरी

टीकमगढ़ – टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ जनपद क्षेत्र में महिला की सड़क पर डिलीवरी का मामला सामने आया है। गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने जननी एक्सप्रेस को सूचना दी, लेकिन 2 घंटे तक वाहन नहीं पहुंचा। इस दौरान महिला का दर्द बढ़ने पर परिवार के लोग बाइक से उसे अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही महिला की डिलीवरी हो गई। परिवार की महिलाओं ने ही सड़क पर उसकी डिलीवरी कर दी।
बल्देवगढ़ जनपद के नन्ही टेहरी गांव निवासी सीमा पत्नी सुरेश रैकवार की डिलीवरी होना थी। आज सुबह जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजनों ने जननी एक्सप्रेस वाहन के लिए फोन लगाया। काफी देर तक वाहन नहीं पहुंचा। इस दौरान महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ती चली गई। आखिरकार परिवार के लोग उसे बाइक से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुडेरा ले जाने के लिए घर से निकले। अस्पताल ले जाते समय कच्चे रास्ते में महिला का दर्द काफी बढ़ गया। इस दौरान परिवार के लोगों को कोई रास्ता नहीं सूझा। जिसके बाद परिवार की महिलाओं ने कच्चे रास्ते पर ही महिला की डिलीवरी करा दी। सीमा के पति सुरेश ने बताया कि बच्ची का जन्म हुआ है। डिलीवरी के 1 घंटे बाद जननी एक्सप्रेस मौके पर पहुंची। इसके बाद पत्नी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। फिलहाल सीमा और उसकी बेटी की हालत ठीक बताई जा रही है।

महिलाओं ने ड्राइवर को सुनाई खरी खोटी

डिलीवरी के काफी देर बाद जब ड्राइवर 108 वाहन लेकर मौके पर पहुंचा तो सीमा के परिजनों ने उसे जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि सरकार गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए वाहन चल रही है, लेकिन ड्राइवर इसमें लापरवाही करते हैं। सीमा के पति ने बताया कि कई बार फोन लगाने के बाद भी समय पर वाहन नहीं मिला। करीब 2 घंटे बाद मौके पर पहुंचे 108 वाहन से सीमा और उसके बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुडेरा ले जाया गया।