पूर्वांचल के श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी भास्कर को अर्घ्य देकर की सुख-समृद्धि लिए की कामना

इंदौर/भोपाल। `काँच ही बांस के बहंगिया बहँगी लचकत जाये”, `छठी माई के घाटवा पे आजन बाजन’, `जल्दी उग आज आदित गोसाईं…’ जैसे भावविभोर कर देने वाले पारम्परिक छठ महापर्व के लोकगीतों के बीच रविवार शाम को मप्र के विभिन्न शहरों में छठ घाटों पर बिहार एवं पूर्वांचल के हजारों लोगों ने भगवान् भास्कर के डूबते स्वरुप को अर्घ्य देकर घर परिवार, समाज एवं देश के सुख समृद्धि एवं शान्ति तथा कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए कामनाएं की। छठी मैया के मन को झंकृत कर देने वाली लोक गीतों के बीच पूरे छठ घाटों का नज़ारा बिलकुल भक्तिमय हो गया। इन घाटों पर ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे मप्र में सम्पूर्ण बिहार एवं पूर्वांचल उतर आया हो।

रविवार को दोपहर पश्चात छठ घाटों पर छठ उपासकों छोटे छोटे समूहों में आना शुरू हो गया और शाम 4 बजे छठ व्रती महिलाएं, पुरुष मुँह प्रसाद से भरे बाँस की टोकरियाँ लेकर इन घाटों पर पहुँच चुके थे। छठी मैया के मनभावन लोक गीतों से सम्पूर्ण वातावरण में भक्ति एवं आस्था के रंग में लोग रचे नजर आ रहे थे और एक दूसरे को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दे रहे थे।

पूर्वोत्तर सांस्कृति संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह, महासचिव केके झा ने बताया कि जैसे ही भगवान् भास्कर अस्ताचल में समाने लगे, जल कुंड में खड़े व्रती महिलाओं एवं पुरुषों ने प्रसाद से भरी टोकरियों को अपने हाथों में लेकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना प्रारम्भ किया। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात व्रतियों ने अपने परिवार, सम्बन्धियों के साथ प्रसाद लेकर पुनः अपने घरों को प्रस्थान किया। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण कई श्रद्धालुओं ने अपने अपने घरों में भी कृत्रिम जलकुण्डों में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया तथा शहर, प्रदेश एवं देश को कोरोना महामारी के प्रकोप से मुक्ति की कामनाएं की।

कई छठ घाटों पर भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पहुँचकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इंदौर के विधानसभा क्षेत्र 2 के विधायक रमेश मेंदोला, मेयर इन कौंसिल के सदस्य राजेंद्र राठौड़, पार्षद पूजा पाटीदार ने विजय नगर छठ घाट पर भगवान् भास्कर को अर्घ्य देकर शहरवासी को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने सपरिवार सिलिकॉन सिटी के छठ घाट पर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। इंदौर के अलावा महू, पीथमपुर में भी छठ महोत्सव का धूमधाम से आयोजन हुआ। कई छठ पूजा आयोजन समितियों द्वारा सांध्य अर्घ्य के पश्चात रात्रि में भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। बिहार की सुप्रसिद्ध लोकगायिका मैथिलि ठाकुर ने महू में छठ गीतों की आकर्षक प्रस्तुतियां दी।

सोमवार को उदीयमान सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य

सूर्य उपासना का यह पर्व सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात समाप्त होगा।