शिवराज सरकार की मानसिकता हिंदुओं की आस्था पर चोट करने और घोटालेबाजों को संरक्षण देने की – कमलनाथ

स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने के स्थान पर सरकार के मंत्री बिना जांच के ही स्वयं को क्लीनचिट दे रहे

भोपाल – भगवान महाकाल हिंदुओं की आस्था का केंद्र हैं। महाकाल लोक में सप्तऋषि की मूर्तियां जिस तरह गिरीं और अब अन्य देव मूर्तियों को नुकसान पहुंचने की बात सामने आ रही है, उससे साफ घोटाला नजर आ रहा है। इसकी जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराई जाए। यह मांग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सरकार से की। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में शिवराज सरकार का रवैया लीपापोती करने का नजर आ रहा है।
कमलनाथ ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने के स्थान पर सरकार के मंत्री बिना जांच के ही स्वयं को क्लीनचिट दे रहे हैं। कांग्रेस पहले ही अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराई जाए ताकि वस्तुस्थिति सामने आ सके। उन्‍होंने कहा कि अगर सरकार यह मांग स्वीकार नहीं करती तो जनता में स्पष्ट संदेश जाएगा कि शिवराज सरकार की मानसिकता हिंदुओं की आस्था पर चोट करने और घोटालेबाजों को संरक्षण देने की है ।