महाकाल लोक में अब नंदी द्वार का कलश टूटकर गिरा

बाल-बाल बचे लोग; 4 दिन पहले तेज आंधी से गिरी थी सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां

उज्जैन – महाकाल महालोक के मुख्य द्वार पर लगा छोटा गुंबद अचानक गिर गया। बताया जाता है कि जिस समय यह घटना हुई उस समय वहां कुछ श्रद्धालुओं के साथ मीडियाकर्मी भी मौजूद थे। यह बाल-बाल बच गए। गुंबद गिरने से नीचे लगी टाइल्स टूट गई। बता दें कि इससे पहले रविवार को तेज आंधी से सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां नीचे गिर गई थी।
श्रद्धालु नंदी द्वार से ही महाकाल लोक में प्रवेश करते हैं। इसी में लड्डू के आकार के कुछ कलश लगे हैं। शाम को अचानक द्वार के डिजाइन में लगा कलश टूटकर गिर गया। यह पत्थर का कलश है। जब ये घटना हुई, उस वक्त वहां कई श्रद्धालु भी मौजूद थे। हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई।

चार दिन पहले ही गिरी थीं सप्तऋषि की मूर्तियां

चार दिन पहले ही रविवार को उज्जैन में शाम करीब 4 बजे तेज आंधी चली थी। इससे महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं थी। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे थे। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। सीएम शिवराज ने इन मूर्तियों की जगह नई मूर्तियां लगाने के निर्देश दिए है। जबकि कांग्रेस ने महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। अब उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने इनकी मरम्मत शुरू करवा दी है। इस कंपनी से अनुबंधित ठेकेदार गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म के कारीगरों ने श्री महाकाल महालोक में मूर्तियों के खंडित हिस्सों को दुरुस्त किया। रंग-रोगन कर इन्हें पुन: स्थापित करने को पेडस्टल पर लोहे के पाइप का मजबूत ढांचा बनाने काम किया जाएगा। 28 मई को उज्जैन शहर में 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं के कारण श्री महाकाल महालोक में स्थापित सप्त ऋषियों में से छह ऋषियों की मूर्तियां पेडस्टल से गिरकर खंडित हो गई थी।