जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट में परिवार के चार लोगों ने किया आत्मदाह का प्रयास

ग्वालियर। जिला कलेक्ट्रेट में मंगलवार दोपहर उस समय हडक़ंप मच गया, जब जनसुनवाई में आए एक ही परिवार के चार लोगों ने अपने ऊपर पेट्रोल गिराकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। परिवार को पेट्रोल डालते देख मौके पर मौजूद अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते सभी को रोक लिया और सभी को कमरे से बाहर निकाला। पीडि़त परिवार का कहना था कि हमें जहां पट्टे पूर्व में दिए गए हैं हमें वहां नहीं चाहिए। मामले की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।जानकारी के अनुसार सिरोल निवासी कदम सिंह जाटव, अपने बेटे रामकिशोर, नाती हेमंत और गोपाल को बीते साल मई माह में सरकार द्वारा जो आवास दिए थे उन्हें पंचायत कार्यालय के नाम पर तोड़ा गया था और पिछले आठ माह से वह जनसनुवाई में लगातार अपनी शिकायत करने आ रहे हैं, लेकिन उनकी आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार को भी जनसुनवाई में परिवार के आठ लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उनका कहना था कि हमें जहां पट्टे पूर्व में दिए गए हैं हमें वहां नहीं चाहिए। यह लोग एक बोतल में पेट्रोल लाए थे। सुनवाई नहीं होने पर परिवार के चार लोग अपने ऊपर पेट्रोल डाल कर आत्मदाह का प्रयास करने लगे। उनकी हरकत देखते ही जनसुनवाई कर रहे अफसर और उसके आस-पास मौजूद अन्य लोगों ने उसे पकड़ा और मामले का पता चलते ही सुरक्षा गार्ड भी मौके पर पहुंचे और उसे अपनी निगरानी में ले लिया। फिलहाल विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

वहीं इस पूरे मामले पर अपर कलेक्टर हरिल्लभ शर्मा ने बताया कि कदम सिंह जाटव उसका बेटा किशोर अपने परिवार के साथ पट्टे की मांग को लेकर आया था, लेकिन पूर्व में उन्हें पट्टा दिया जा चुका है। अपर कलेक्टर के अनुसार एक साल पहले सरकारी जमीन पर उनके आवास को हटा दिया गया था। तत्काल प्रशासन ने पट्टे दिए थे। इसके बाद ये लोग दूसरी जगह पट्टे देने की मांग कर रहे थे। इस परिवार को दो पट्टे दिए गए हैं और यह परिवार 15 दिन पहले अपने पट्टे वापस कर गया था। यह परिवार अभी भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके रह रहा है जिसे प्रशासन हटा सकता है। इसके बाद इनको इनको पट्टे वाले स्थान पर पहुंचाया जाएगा।