वेदांत अस्पताल इंदौर के आईसीयू में बीएचएमएस डॉक्टर ने किया इलाज, हुई महिला की मौत

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शहर में बुधवार को 469 नए संक्रमित मिले, जबकि 7 की मौत हो गई। अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 4533 पहुंच गई है। उधर, वेदांत अस्पताल में महिला मरीज की मौत के मामले में जांच पूरी हो गई है। बीएचएमएस डॉक्टर से इलाज करवाने और विशेषज्ञ डॉक्टर को न बुलाने जैसी लापरवाही सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने अस्पताल को नोटिस दिया है। तीन दिन में संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया जाएगा।

अस्पताल की शिकायत मुराई मोहल्ला निवासी त्रिलोक हार्डिया ने की थी। वे अपनी मां जोगेश्वरी देवी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेदांत अस्पताल ले गए थे। वहां पर्याप्त संसाधन नहीं होने और इलाज समय पर नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई। शिकायत की जांच के लिए प्रशासन ने डॉ. एमएस मंडलोई, डॉ. एस. सिसौदिया और डॉ. संतोष वर्मा की तीन सदस्यीय समिति बनाई थी, जिसने बयान, अस्पताल के जवाब के आधार पर बुध‌वार को सीएमएचओ को रिपोर्ट सौंप दी।

ये है रिपोर्ट में

  • मरीज को मस्तिष्क में खून की नलियों में रुकावट की समस्या थी। घटना वाले दिन आईसीयू में कोई डिग्रीधारी डॉक्टर नहीं था।
  • आईसीयू में बीएचएमएस डॉ. देवीलाल की ड्यूटी थी। तबीयत खराब होने और हृदय गति रुकने के बाद भी विशेषज्ञ को नहीं बुलाया गया।
  • डॉ. हरीश मंगलानी ने भी बयान में स्वीकार किया कि उन्हें पहले नहीं बुलाया था।

रिसेप्शन पर ही कोविड उपचार की दर का बोर्ड लगाना अनिवार्य

शहर के सभी निजी अस्पतालों को कोविड उपचार की दर अब सार्वजनिक करना होगी। इसे रिसेप्शन पर बोर्ड पर चस्पा करना होगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने निजी संचालकों को इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं। हिदायत दी गई है कि नर्सिंग होम एक्ट के तहत निर्धारित उपचार की दरों से 40 प्रतिशत अधिक ले पाएंगे। सीएमएचओ द्वारा मंगलवार को जारी आदेश में 17 और 23 सितंबर के हाई कोर्ट के आदेश का भी उल्लेख किया गया है। उसी के अनुसार नई दर बोर्ड पर प्रदर्शित की जाए।

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