हाथरस केस में 47 महिला वकीलों ने CJI को लिखी चिट्ठी, मामले में खुद संज्ञान लेने की अपील

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47 महिला वकीलों के द्वारा लिखे लिखे गए पत्र में हाथरस में लापरवाही बरतने वाले सभी पुलिसकर्मियों और प्रशासन के कर्मचारियों साथी साथ मेडिकल अधिकारियों, सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ उचित और तत्काल एक्शन लिए जाने की अपील की गई है।

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 साल की लड़की के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मामले में देशभर में आक्रोश है. सुप्रीम कोर्ट में 47 महिला वरिष्ठ वकीलों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एसए बोबडे और कोलेजियम के सदस्य जजों को इस बारे में चिट्ठी लिखी है. महिला वकीलों ने इस केस की जल्द सुनवाई करने और आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है.

47 महिला वकीलों के द्वारा लिखे लिखे गए पत्र में हाथरस में लापरवाही बरतने वाले सभी पुलिसकर्मियों और प्रशासन के कर्मचारियों साथी साथ मेडिकल अधिकारियों, सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ उचित और तत्काल एक्शन लिए जाने की अपील की गई है. चिट्ठी में आग्रह किया गया है कि उनके खिलाफ तत्काल जांच कराने और उन्हें सस्पेंड किया जाए. महिला वकीलों के द्वारा लिखे गए पत्र से ये उम्मीद की गई है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करेगा.

हालांकि, कई  घटनाओं को उजागर करते हुये इस पत्र में पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाया गया है. महिला वकीलों ने अपने पत्र में लिखा है कि पीड़ित का परिवार अभी अपने को खोने का अहसास शुरू ही हुआ था कि उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने क्रूर रूप दिखा दिया. पुलिस अधिकारियों ने पीड़िता के परिवार की सहमति के बगैर ही उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया.

आपको बता दें  कि इस मामले पर  देश की सबसे बड़ी अदालत में एक याचिका भी दायर की जा चुकी है. इस याचिका में हाथरस केस की जांच सीबीआई से कराने या सुप्रीम कोर्ट या फिर हाइकोर्ट सिटिंग जज या रिटायर जजों की निगरानी में एसआईटी बनाने का आग्रह किया गया है.

गुरुवार को आई पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

हाथरस कांड की पीड़ि‍ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. सफ़दरजंग हॉस्पिटल के डॉक्टरों के पैनल द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में कहा गया है कि युवती की मौत गले की हड्डी टूटने से हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि बार-बार गला दबाने से हड्डी टूटी थी. गले पर चोट के निशान भी मिले हैं. हालांकि, रिपोर्ट में रेप की बात नहीं कही गई है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि गला दबाने से सर्वाइकल स्पाइन टूट गई थी, जो मौत की मुख्य वजह बनी. इससे पहले अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में भी गले की हड्डी टूटने की बात कही गई थी. मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया था कि गला दबाने की वजह से सर्वाइकल स्पाइन का लिगामेंट टूट गया था. मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की बात से इनकार किया गया था.

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