MP पुलिस ने लॉकडाउन में वसूले 15 करोड़ से ज्यादा, कांग्रेस ने कहा – गरीबों की जेब पर डाला डाका

भोपाल. मध्य प्रदेश में जिस समय लॉकडाउन (Lockdown) चल रहा था, उस समय पुलिस (Police) चालान की कार्रवाई के तहत लोगों से जमकर फाइन वसूली कर रही थी. यह भी कह सकते हैं कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस चालान की कार्रवाई के जरिए मालामाल हो गई. विधानसभा (Assembly) में एक प्रश्न पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लॉकडाउन के दौरान हुई पुलिस की चालान की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. इससे खुलासा हुआ है कि लॉकडाउन लगने के 4 महीने तक पुलिस ने चेकिंग के दौरान वाहन चालकों से फाइन के तौर पर करोड़ों की वसूली की.
विधानसभा के एक दिन के सत्र के दौरान विधायकों के प्रश्नों के उत्तर लिखित में उन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने भी गृह विभाग से लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा चालान की कार्रवाई से की गई वसूली की जानकारी मांगी थी.
पेश किए ये आंकड़े
एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने विधानसभा में बताया कि 1 अप्रैल 2020 से लेकर 31 अगस्त 2020 तक प्रदेश में 15 करोड़ 55 लाख 86 हज़ार 120 रुपए समन शुल्क राशि जमा की गई. इस राशि को लेकर कांग्रेस का आरोप है कि लॉकडाउन के समय में गरीबो से तब वसूली की गई, जब लोगों के पास पैसा नहीं था. यह ज़्यादती की है सरकार ने.
कांग्रेस ने सरकार पर उठाए सवाल
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि जब लॉकडाउन था तो इक्का-दुक्का लोग राशन लेने, जरूरत का सामान लेने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से घरों से बाहर निकलते थे. ऐसे लोगों को भी पुलिसकर्मियों ने चेकिंग के दौरान नहीं छोड़ा और उनका समन शुल्क काट दिया. लोगों ने दूसरों से पैसे उधार मांग कर पुलिस का समन शुल्क जमा किया. सरकार ने लोगों को पैसा देने की जगह उनकी जेब से पैसा निकालने का काम किया था. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस का काम सिर्फ आरोप लगाने का है. सरकार में रहते हुए कांग्रेस के नेताओं ने जनता के लिए कुछ नहीं किया.
चालान की कार्रवाई जारी
भले ही लॉकडाउन सरकार की तरफ से खत्म कर दिया गया है, लेकिन धारा 188 के तहत आज भी चालान की कार्रवाई के तहत समन शुल्क वसूलने का काम जारी है. पुलिस भोपाल शहर के अलग-अलग स्थानों पर चेकिंग पॉइंट लगाकर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के साथ कलेक्टर के आदेशों को नहीं मानने के नियमों के तहत भी कार्रवाई कर रही है. इससे रोजाना लाखों रुपए का समन शुल्क वाहन चालकों से वसूला जा रहा है.