उपचुनाव 2020 में पहली बार 3 विधानसभा क्षेत्राें के 8683 बुजुर्ग घर से ही करेंगे वोटिंग, डाक मतपत्र मिलेंगे

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  • अभी तक पाेलिंग पार्टी में शामिल अधिकारी और कर्मचारियाें काे डाक मतपत्र दिए जाते थे
  • आयोग ने गर्भवती महिलाओं को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।

कोरोना संक्रमण के कारण पहली बार चुनाव आयाेग 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं काे पाेलिंग बूथ की बजाय घर से ही मतदान करने की सुविधा देने जा रहा है। ग्वालियर जिले में हाेने जा रहे तीन विधानसभा क्षेत्राें के उपचुनाव में ऐसे 8 हजार 683 मतदाता हैं। इन्हें काेराेना संक्रमण से बचाने के लिए डाक मतपत्र के जरिए घर बैठे वोट डालने की सुविधा मिलेगी। अभी तक पाेलिंग पार्टी में शामिल अधिकारी और कर्मचारियाें काे डाक मतपत्र दिए जाते थे।

सूत्राें ने बताया कि उपचुनाव की अधिसूचना अगले सप्ताह जारी हो जाएगी। इसी कारण प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। चूंकि अभी कोरोना महामारी चरम पर है इसलिए मतदान का प्रतिशत कम रह सकता है। चुनाव आयाेग द्वारा संक्रमण के खतरा काे कम करने के लिए एक हजार मतदाताओं काे एक पाेलिंग सेंटर पर बुलाया जाएगा।

मतदाताओं काे संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सेनिटाइजर, साबुन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। ग्वालियर जिले की 3 विस क्षेत्राें में उपचुनाव हाेंगे, उनमें से सर्वाधिक 3325 बुजुर्ग मतदाता ग्वालियर पूर्व विस में हैं। इन्हें चुनाव आयोग के निर्देश पर पहले डाक मतपत्र मुहैया कराए जाएंगे। चूंकि बुजुर्गों को इन दिनों घर के बाहर निकलने की मनाही है, इसी कारण ये वोट डाक से मंगवाने की व्यवस्था करेगा।

ड्यूटी वालों की चिंता:

उपचुनाव वालीं तीन विस क्षेत्राें में 1188 पोलिंग सेंटर हैं। हर पोलिंग सेंटर की पार्टी में 4-4 कर्मचारी तैनात रहेंगे। इस हिसाब से 4 हजार 752 डाक मतपत्र इन्हें वोटिंग के एक दिन पहले मुहैया कराए जाएंगे। बुजुर्ग और पोलिंग पार्टी के इन सभी डाक मतपत्रों की गिनती ईवीएम खुलने से पहले की जाएगी।​​​​​​​

संक्रमित मरीजों को भी मिलेगी सुविधा:

ऐसे मतदाताओं को पोलिंग सेंटर पर जाने से रोका जाएगा जो कोरोना संक्रमित होंगे। क्वारेंटाइन वाले भी घर से बाहर वोट डालने नहीं निकलेंगे। गर्भवती महिलाओं को लेकर अभी कोई निर्णय आयोग ने नहीं लिया है।

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