31 लोगों की दर्दनाक मौत के साथ 1869 लोग महामारी के शिकार

भोपाल। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्य प्रदेश द्वारा जारी मीडिया पर्यटन दिनांक 9 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश में 31 लोगों की दर्दनाक मौत हुई है और 1869 लोग माहवारी का शिकार हो गए। हालात इतने गंभीर हैं कि शाम 6:30 बजे जारी होने वाला बुलेटिन रात 9:00 बजे के पास जारी किया जा सका। मध्यप्रदेश के अस्पतालों में 17702 लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। जबकि आज दिनांक तक 1640 लोग कोविड-19 महामारी के कारण अपनी जान गवा चुके हैं।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 09 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:-
- 23992 सैंपल की जांच की गई।
- 101 सैंपल रिजेक्ट हो गए।
- 22123 सैंपल नेगेटिव पाए गए।
- 1869 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
- 31 मरीजों की मौत हो गई।
- 1341 मरीज डिस्चार्ज किए गए।
- मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 79192
- मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1640
- मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 5985009
- सितंबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 17702
- 09 सितंबर 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 6388
मध्यप्रदेश में स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। इंदौर की कलश यात्रा में सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन की शिकायत करने वाली कांग्रेस पार्टी ने मुरैना में खुद सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन किया। राजनीतिक कार्यक्रमों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन आम जनता के हौसले बढ़ा रहा है। लोगों को विश्वास होता जा रहा है कि सरकारी रिपोर्ट के आंकड़े किसी सुनियोजित भ्रष्टाचार का हिस्सा है। मध्य प्रदेश में पहली बार एक साथ तीन जिलों (इंदौर, भोपाल और ग्वालियर) में संक्रमित नागरिकों की संख्या 200 से अधिक है। यानी तीनों जिलों में मिलाकर 700 से अधिक। ग्वालियर की पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है परंतु जबलपुर की मृत्यु दर ग्वालियर से ज्यादा है। इंदौर की मृत्यु दर एक रहस्य बन कर रह गई है। सरकारी आंकड़ों पर न केवल सवाल उठे बल्कि कई बार प्रमाणित हुआ कि आंकड़ों को बदला गया।

