अपने क्लेम की राशि लेने के लिए चार दिनों से बैंक की लाइन में लगे किसान की मौत

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आगर-मालवा। मध्यप्रदेश में फिर से एक किसान की मौत की खबर आई है। यह घटना आगर-मालवा विधानसभा क्षेत्र का है जहां बैंक की लाइन में लगे एक किसान ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि वह पिछले चार दिनों से बैंक का चक्कर काट रहा था। चार दिनों तक लाइन में लगने के बाद जब उसकी नंबर आई तबतक वह सिस्टम से हार गया था और बैंक के लाइन में ही उसकी मौत हो गई।

दरअसल, 40 वर्षीय मानसिंह, पिता पीरूलाल पिछले चार दिनों से अपनी मुआवजा की राशि लेने के लिए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का चक्कर काट रहे थे। सोमवार (07 सितंबर) को बैंक में काफी लंबी कतार लगी हुई थी। फसल बीमा का चेक के लिए लगी कतार में वे भी खड़े थे। काफी देर बाद उनकी नंबर आई और वह काउंटर पर पहुंचे। इसके बाद जैसे ही उन्हें 9 हजार रुपए का चेक दिया गया वह चेक लेकर वहीं गिर गए। उनके हाथ में चेक था और वह गिरकर बेहोश हो चुके थे। इसके बाद जब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया तबतक उनकी जान चली गई थी।

बताया जा रहा है कि वह भूखे-प्यासे काफी देर से लाइन में लगे हुए थे। किसान के मौत के बाद गुस्साए किसानों ने बैंक में जमकर हंगामा और नारेबाजी किया। मामले में बैंक के मैनेजर ने बताया है कि मृतक किसान के भुगतान की प्रोसेस लगभग पूरी हो चुकी थी और केवल भुगतान एक्सेप्ट होने की प्रक्रिया चल रही थी, तभी भुगतान के काउंटर पर वह गिर गया संभवत हार्टअटैक से उसकी मौत हुई है।

हत्यारी सरकार ने ली किसान की जान

कांग्रेस ने प्रदेश की शिवराज सरकार को घटने का जिम्मेदार बताया है। पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा, ‘आगर मालवा में सहकारी बैंक की लाईन में लगे एक किसान ने दम तोड़ दिया। अपने ही पैसे निकालने पिछले चार दिनों से लगा किसान परलोक सिधार गया। मप्र की किसान हत्यारी शिवराज सरकार ने एक और किसान की जान ले ली। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को संबल।’

वहीं किसान संघ के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र पालीवाल ने कहा, ‘मृतक किसान के परिजनों को उचित मुआवजा मिलनी चाहिए।’ उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों पर करवाई करने की मांग की है। फिलहाल जिला पुलिस सीसीटीवी खंगाल कर तफ्तीश में जुट गई है।

मई में उपज बेचने के लिए लाइन में लगे किसान की हुई थी मौत 

यह वही आगर-मालवा है जहां मई 2020 में तनोडिया स्थित खरीदी केंद्र में सात दिनों से  उपज बेचने आए एक किसान प्रेम सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मलवासा गांव के रहने वाले किसान प्रेम सिंह को मोबाइल पर मैसेज आया कि वो 19 मई को अपनी फसल लेकर झलारा स्थित खरीदी केंद्र पहुंचे थे। लेकिन बदइंतजामी की हद तो तब हो गई जब 2 दिन इंतजार करने के बाद उन्‍हें तनोडिया स्थित खरीदी केंद्र जाने को कहा गया। वहां भी किसान को 4 दिन इंतजार करना पड़ा। वे गर्मी से बेहद परेशान हो चुके थे। जब सोमवार 25 मई को आखिरकार उसकी उपज की तुलाई हो रही थी, तभी प्रेम सिंह को हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई थी। 

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