3 दिन में शहर साफ नजर नहीं आया तो लापरवाही बरतने वालों को निपटा दूंगा, कलेक्टर की निगमायुक्त को चेतावनी

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  • सुबह 6 बजे निरीक्षण करने निकले कलेक्टर को शहर में गंदगी दिखी तो नगर निगम के अफसरों पर हुए नाराज
  • 3 सहायक आयुक्तों को सौंपी 16-16 वार्डों में सफाई की जिम्मेदारी, कहा- सफाई कार्य के फोटो सुबह 6 से 9 बजे तक कलेक्टर के वाट्सएप ग्रुप पर भेजें

शहर नगर निगम जैसा नजर नहीं आ रहा। जगह-जगह गंदगी और कचरे के ढेर लगे हैं। क्या कर रहा है निगम का सफाई अमला। आज से फाइलें दिन की बजाय शाम को निपटाइए। सुबह 6 बजे बंगला छोड़कर गली-मोहल्लों में पहुंचें और मौके पर खड़े होकर सफाई कार्य की मॉनीटरिंग करें।

3 दिन में शहर साफ नजर नहीं आया तो लापरवाही बरतने वालों को निपटा दूंगा। यह चेतावनी कलेक्टर अनुराग वर्मा ने निगमायुक्त अमरसत्य गुप्ता को दी। कलेक्टर वर्मा गुरुवार की सुबह 6 बजे अचानक बैरियर स्थित बस स्टैंड पर पहुंचे। उन्होंने वहीं से कॉल कर निगमायुक्त अमरसत्य गुप्ता को मौके पर बुलाया।

निगमायुक्त के आने पर कलेक्टर ने उनसे सवालों की झड़ी लगा दी। वे बोले- कौन कहेगा कि मुरैना नगर निगम है। चारों तरफ गंदगी और मुख्य चौराहों पर कचरे के ढेर लगे हैं। कलेक्टर ने निगमायुक्त से कहा कि आपके पास कितना स्टाफ है। निगमायुक्त ने जवाब दिया कि तीन सहायक आयुक्त हैं।

यह सुनते ही कलेक्टर ने कहा कि तीनों को 16-16 वार्ड बांट दीजिए। शुक्रवार से तीनों सहायक आयुक्त 6 बजे घर छोड़कर वार्डों में पहुंच जाएं और सफाई कर्मचारियों को निर्देश देकर झाडू लगवाएं। आप खुद भी सुबह बंगला छोड़कर 9 बजे तक सफाई कार्य की मॉनीटरिंग करेंगे। निगमायुक्त से लेकर सहायक आयुक्त सफाई कार्य के फोटो लेकर कलेक्टर के वाट्सएप ग्रुप पर भेजें ताकि यह पता चले कि कौन-कौन अधिकारी-कर्मचारी वार्ड में किस समय पहुंचा।

कलेक्टर ने निगमायुक्त को साथ लेकर बस स्टैंड के बाद नैनागढ़ रोड, गाेपीनाथ की पुलिया, शंकर बाजार, गर्ल्स कॉलेज रोड, हनुमान चौराहा व फाटक बाहर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर वर्मा ने चेतावनी दी कि तीन दिन बाद वह फिर से शहर का औचक भ्रमण करेंगे, तब जहां भी गंदगी व कचरा मिला, उसी क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारी को निपटा देंगे।

दफ्तर व बंगलों से काेई निकले तब तो हो मानीटरिंग

शहर में पसरी गंदगी से खफा कलेक्टर अनुराग वर्मा का कहना है कि नगर निगम के अफसर दिनभर ऑफिस में बैठकर फाइलें निपटाने में मशगूल रहते हैं।

कोई भी अधिकारी दफ्तर व बंगलों से बाहर निकलकर वार्डों में जाना ही नहीं चाहता है। मुझे मालूम है कि नगर निगम में क्या काम होते हैं और उन्हें कैसे निपटाया जाता है। कलेक्टर ने निगम अफसरों को नसीहत दी कि वे फाइल वर्क शाम के समय पूरा करें और सुबह 6 से 9 बजे तक शहर की सड़कों व गली-मोहल्लों में दिखें।

जिले के अन्य नगरीय निकायों में भी यही आदेश लागू

कलेक्टर अनुराग वर्मा ने गुरुवार की शाम 4 बजे कलेक्टोरेट के सभागार में आयोजित बैठक में निर्देश दिए कि जिले की पोरसा, अंबाह, सबलगढ़ नगर पालिका और कैलारस, जौरा, बानमोर व झुंडपुरा नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुबह 6 बजे अपने घर छोड़कर सड़कों पर नजर आएं। सुबह 9 बजे तक सफाई कार्य की मानीटरिंग करने के साथ उसके फोटो कलेक्टर को भेजना सुनिश्चित करें। 3 दिन बाद फिर से सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया जाएगा।

सफाई कर्मचारियों काे मास्क व ग्लव्स क्यों नहीं दिए

शहर के भ्रमण के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा ने देखा कि वार्डों में झाड़ू लगा रहे सफाई कर्मचारियों के मुंह पर मास्क व हाथों में ग्लव्स नहीं हैं। इस पर एतराज जताते हुए कलेक्टर ने निगमायुक्त से पूछा कि सफाई कर्मचारियों को मास्क व ग्लव्स क्यों नहीं दिए गए हैं। शुक्रवार से कोई सफाई कर्मचारी मास्क या ग्लव्स के बिना नजर आया तो उसे सस्पेंड किया जाएगा


निगमायुक्त गाड़ी छोड़कर पैदल घूमेंगे शहर में

गंदगी व कचरे के उठाव को लेकर नाराज कलेक्टर ने निगमायुक्त अमरसत्य गुप्ता से यहां तक कहा है कि वे हर सुबह 6 बजे बंगला छोड़कर वार्डों में जाएं तो अपनी गाड़ी छोड़कर पैदल मानीटरिंग करें। उन्हें खुद भी मॉनीटरिंग कार्य के फोटो कलेक्टर के वाट्सएप ग्रुप पर सेंड करने होंगे।

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