वेंटिलेटर लगे मरीज को ऑक्सीजन लगाकर किया रेफर, रास्ते में ही मौत

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भोपाल के एलबीएस अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया था।

कोरोना मरीज को रेफर करने में एक निजी अस्पताल की लापरवाही सामने आई है। एलबीएस अस्पताल में भर्ती 80 साल के कोरोना मरीज लक्ष्मीनारायण वेंटिलेटर पर थे। उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद उन्हें हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल से जिस एंबुलेंस से उन्हें हमीदिया भेजा गया, उसमें वेंटिलेटर नहीं था। ऑक्सीजन लगाकर ही उन्हें रवाना कर दिया गया। हमीदिया पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

हमीदिया अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी। अस्पताल प्रबंधन ने सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को पत्र लिखकर एलबीएस अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लक्ष्मी नारायण के रिश्तेदार संतोष ने बताया कि वे राजगढ़ जिले के कुरावर के रहने वाले थे।

सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें 24 अगस्त को एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने कहा कि मरीज की हालत खराब होती जा रही है। लिहाजा कोरोना की जांच कराना चाहिए। बुधवार को कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिया गया। गुरुवार सुबह डॉक्टरों ने बताया कि उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब उन्हें दूसरे अस्पताल में भेजना पड़ेगा। सांस में तकलीफ के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

संतोष ने बताया कि दोपहर में अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की सुविधा वाली एंबुलेंस बुलाई। इससे मरीज को हमीदिया अस्पताल भेजा गया। दोनों अस्पतालों की दूरी महज आधा किमी है लेकिन ठीक से सांस नहीं ले पाने के कारण मरीज के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बहुत गिर गया, जिससे हमीदिया पहुंचने के पहले ही उसकी मौत हो गई।

इस संबंध में एलबीएस अस्पताल का पक्ष कई प्रयासों के बाद भी नहीं मिल पाया। उधर, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया का कहना है कि मरीज की अस्पताल पहुंचने के पहले ही मौत हो गई थी। इस संबंध में पूरी जानकारी सीएमएचओ को भेजी है। मरीज को रेफर करने के पहले सूचना देनी चाहिए थी।

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