फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी की वारदात को देता था अंजाम, गिरफ्तार

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  • पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी एएसआई ने ले लिए 50 हजार रुपए, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार।
  • सहायक उपनिरीक्षक पदनाम पर बैच नंबर लगाकर घूम रहा था आरोपी।
  • आरोपी ने धोखाधड़ी की वारदात कबूली, पुलिस ने एयर गन भी बरामद की।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था। राजा रमीज अली ने भोपाल क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि राजीव कॉलोनी करोंद में रहने वाले सुरेंद्र धूरिया (32) ने उनसे पुलिस में नौकरी लगवाने का वादा किया है। इसके बदले में रमीज अली ने सुरेंद्र को अगस्त महीने में 50 हजार रुपए भी दिए हैं।

उन्होंने शिकायत में कहा कि सुरेंद्र ने उन्हें बताया था कि वह भोपाल पुलिस में एएसआई है। रमीज अली जब उससे मिलने पहुंचे तो पुलिस की वर्दी में था, इसलिए उन्होंने सुरेंद्र पर भरोसा कर लिया। सुरेंद्र ने रमीज अली से पैसे मिलने के बाद ही उनका फोन उठाना बंद कर दिया। रमीज अली ने सुरेंद्र के घर जाकर मिलने की कोशिश भी की, लेकिन उन्हें वह कभी नहीं मिला।

गुरुवार रात पुलिस को सूचना मिली कि सुरेंद्र बलेनो कार में सवार होकर बैरसिया रोड से भोपाल रोड की तरफ आ रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने नाकाबंदी की चैकिंग शुरू कर दी और बलेनो कार को आते ही रोक लिया। कार में सुरेंद्र पुलिस की वर्दी पहने सवार था। जब सुरेंद्र से पूछताछ की गई तो वह ठीक से जवाब भी नहीं दे पाया।

वर्दी पर लगा रखी थी नकली नेम प्लेट

सुरेंद्र ने नकली वर्दी पर जो नेम प्लेट लगा रखी थी, उसमें उप निरीक्षण के साथ उसका बैच नंबर भी लिखा हुआ था, जबकि हकीकत में उप निरीक्षक का बैच नंबर नहीं होता। पूछताछ में सुरेंद्र ने बताया कि वह कारगिल सिक्योरिटी में फील्ड का काम देखता है। उसके पास से पुलिस ने एक पल्सर और एक पेशन बाइक के साथ एअर गन और खिलौने वाली बंदूक भी बरामद की है। सुरेंद्र ने राजा रमीज अली के साथ धोखाधड़ी की बात स्वीकार कर ली है।

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