मौसम विभाग ने एक साथ रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किए

- बीते तीन दिन से प्रदेश के करीब 20 जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है, नदी-नाले उफान पर हैं
- रविवार को ऐसा ही मौसम बना रहने का अनुमान है, दो दिन बाद बारिश से कुछ राहत मिल सकती है

बीते तीन दिन से प्रदेश के करीब 20 जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। नदी-नाले उफान पर हैं। बड़े और छोटे बांधों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इधर मौसम विभाग ने एक साथ रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। अभी रविवार को ऐसा ही मौसम बना रहने का अनुमान है। 24-25 अगस्त के बाद से बारिश से कुछ राहत मिल सकती है।
- रेड अलर्ट- खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ रतलाम जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बीच इन जिलों में 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती है। बिजली गिरने और चमकने की भी आशंका है।
- ऑरेंज अलर्ट- मौसम विभाग ने बुरहानपुर, बड़वानी, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, नीमच एवं मंदसौर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां अतिभारी बारिश के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने और चमकने की भी संभावना है।
- यलो अलर्ट– बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा, राजगढ़, सीहोर, भोपाल, रायसेन और विदिशा जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने और चमकने की आशंका है।
जबलपुर में बरगी बांध के गेट खुलने से सीहोर में जलस्तर बढ़ा
प्रदेश के अन्य शहरों में भी झमाझम बारिश हुई। जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुलने के कारण सीहोर में नर्मदा का जलस्तर बढ़कर 956.62 फीट हो गया है। हालांकि, अभी यह खतरे के निशान से 8 फीट नीचे है। प्रशासन ने तटीय 14 गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया है। पिछले 24 घंटे में रेहटी में 110 और सीहोर में 75 सेमी बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि शनिवार काे भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर संभागों में भारी बारिश के आसार हैं।
होशंगाबाद: नर्मदा का जलस्तर 8 फीट बढ़ा
होशंगाबाद में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई। 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर सेठानीघाट पर 8 फीट बढ़कर 955 फीट पहुंच गया। यह खतरे के निशान 967 फीट से 12 फीट नीचे है। तवा बांध का जलस्तर 1158 फीट हो गया। 1160 फीट पर जलस्तर आने पर बांध के गेट खोले जा सकते हैं। तवा नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।