ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल के चलते कच्चे सामान की आपूर्ति बाधित

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ट्रांसपोर्टर्स द्वारा सोमवार से शुरू की गई तीन दिवसीय हड़ताल के पहले दिन मंडीदीप, गोविंदपुरा, बीएचईएल समेत विभिन्न उद्योगों को भेजे जाने वाले कच्चे सामान की आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। हालांकि दूध-सब्जी व दवाईयों जैसे जरूरी सामान की सप्लाई पर रोक नहीं लगाई। हड़ताल के चलते भोपाल जिले के 70 हजार, संभाग के सवा लाख और प्रदेशभर में सात लाख से ज्यादा ट्रकों व मालवाहक वाहनों के पहिए थमे रहे।
कोकता स्थित ट्रांसपोर्ट नगर, इतवारा, बुधवारा आदि स्थानों पर ट्रक व मालवाहक वाहनों को खड़े कर ट्रांसपोर्टरों ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। मंगलवार को ट्रांसपोर्टर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्थित परिवहन विभाग की चौकियों के समक्ष दोपहर में दो बजे गाड़ियां खड़ी कर हार्न बजाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस वेस्ट जोन के उपाध्यक्ष विजय कालरा के अनुसार संगठन के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर यह तीन दिवसीय हड़ताल की जा रही है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार को डीजल में वेट टैक्स पर कमी, रोड टैक्स व गुड्स टैक्स में छह महीनों की छूट देने, चालकों का कोविड बीमा करने व परिवहन विभाग के चैक पोस्ट समाप्त करने की मांगें मानना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा न करने पर संगठन द्वारा अभी की जा रही सांकेतिक हड़ताल को आंदोलन में बदल दिया जाएगा।

कमलनाथ ने किया समर्थन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि ट्रक और बस आॅपरेटर्स डीजल पर लगने वाले वैट व रोड टेक्स सहित अन्य करों में राहत की मांग कर रहे हैं। मैने भी इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखे हैं। प्रदेश में बस आॅपरेटर्स ने विरोधस्वरूप बसों का संचालन बंद कर रखा है और अब आज से ट्रक एसोसिएशन ने भी प्रदेश में तीन दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। इससे व्यापार व व्यवसाय प्रभावित होगा।

इसलिए हो रही हड़ताल
ट्रांसपोर्टरों ने बताया कि डीजल पर मप्र में सबसे ज्यादा वैट लिया जा रहा है। 28 रुपए का डीजल मप्र में 81 रुपए से अधिक भाव में बिक रहा है। केंद्र ने भी डीजल पर एक्साइज ड्यूटी साल 2014 से 2020 के दौरान 3.56 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 31.83 रुपए प्रति लीटर कर दी है। कोरोना काल में सभी को बीमा योजना का लाभ मिला, लेकिन जरूरी सामग्री पहुंचाने वाले ड्राइवर, कंडक्टर को बीमा योजना नहीं दी गई।

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