आज सदियों की आस पूरी होने का आनंद है, भारत को आत्मनिर्भर बनाने का अनुष्ठान पूरा हुआ : मोहन भागवत

- भूमि पूजन के दौरान मोहन भागवत प्रधानमंत्री मोदी के बाईं तरफ बैठे थे, कहा- कोई अपवाद नहीं, क्योंकि सब राम के हैं और राम सबके हैं
- संघ प्रमुख बोले- मन मंदिर कैसा हो, हमारे हृदय में भी राम का बसेरा होना चाहिए। सभी दोषों, विकारों और शत्रुता से मुक्त होना चाहिए

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एक संकल्प लिया था। मुझे याद है कि तब के सरसंघचालक बाला साहब देवरस ने कदम बढ़ाने से पहले यह बात याद दिलाई थी कि 20-30 साल लगेंगे। आज हमें इस संकल्प पूर्ति का आनंद मिल रहा है। बहुत लोगों ने बलिदान दिए हैं, जो सूक्ष्म रूप से उपस्थित हैं। कुछ ऐसे हैं, जो यहां आ नहीं सकते। आडवाणीजी अपने घर पर बैठे यह कार्यक्रम देख रहे होंगे। सबसे बड़ा आनंद है भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिस विश्वास और आत्मभाव की जरूरत थी, वह अधिष्ठान पूर्ण हो रहा है।
मंच पर सिर्फ 5 लोग
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमिपूजन के लिए जो मंच बनाया गया, वहां सिर्फ पांच लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद थे।