MP में ओपन बुक प्रणाली से होंगी UG/PG फायनल की परीक्षाएं

परीक्षार्थियों को अपनी कॉपी सेंटर पर जमा करानी होगी. इसके लिए हजारों की संख्या में हर जिले में संग्रहण केंद्र बनाए जाएंगे. कॉपी जमा कराने के लिए स्टूडेंट्स के पास दो विकल्प होंगे. पहला- डाक और दूसरा ईमेल के ज़रिए भी वो अपनी कॉपी भेज सकेंगे.
कोरोना संकट के इस दौर में मध्य प्रदेश में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन फायलन की ओपन बुक परीक्षाएं होंगी. उच्च शिक्षा विभाग ने ये फैसला किया है. स्टूडेंट्स को इसके लिए कॉलेज नहीं आना होगा बल्कि घर पर बैठकर ही किताबें खोलकर परीक्षा देना होगी. परीक्षाएं सितंबर में होंगी. प्रदेश भर में यूजी फायनल ईयर और पीजी चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं इसी पद्धति से होंगी. प्रदेश के 5 लाख 71 हज़ार विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे

कोरोना संक्रमण के कारण मध्य प्रदेश में टल रही कॉलेज की परीक्षाएं अब सितंबर में होंगी. लेकिन ये ओपन बुक के आधार पर ली जाएंगी. शिवराज सरकार ने ये फैसला किया है. सिंह चौहान ने ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा कराने का निर्णय लिया है. इस फैसले के बाद पूरे मध्यप्रदेश में अब उच्च शिक्षा विभाग ओपन बुक प्रणाली से की परीक्षाएं कराएगा. ग्रेजुएशन फायनल ईयर और पीजी फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के लिए ये परीक्षा होंगी. बच्चे घर पर बैठकर ही परीक्षा दे पाएंगे. स्टूडेंट्स घर पर बैठकर ही किताबें खोलकर परीक्षा दे सकेंगे. किताबें खोलकर परीक्षा में पूछे गए सवालों के जवाब अपनी उत्तर पुस्तिका में लिख सकेंगे.
ग्रेजुएशन के लिए ये फैसला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने पर उनकी फाइनल डिग्री पर सवाल उठाए जाते हैं, इसीलिए ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है.यूजी के पहले, दूसरे और पीजी के दूसरे सेमेस्टर के छात्र छात्राओं को पिछले साल के रिजल्ट और चालू सत्र के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा.