पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत, बेटियों के सामने मारी थी गोली

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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत हो गई। उनके भाई अनिकेत के अनुसार डॉक्टर ने उन्हें सुबह चार बजे इसकी जानकारी दी।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत हो गई। उनके भाई अनिकेत के अनुसार डॉक्टर ने उन्हें सुबह चार बजे इसकी जानकारी दी। विक्रम जोशी को कुछ हमलावरों ने उनके घर के पास गोली मारी थी, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बाबत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय अखबार में काम करने वाले विक्रम जोशी ने अपनी भांजी का उत्पीड़न करने के आरोप में कुछ लोगों के खिलाफ 16 जुलाई को विजय नगर पुलिस चौकी में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद यह हमला हुआ है।

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे जोशी अपनी दो बेटियों के साथ बाइक से विजय नगर स्थित घर लौट रहे थे, रास्ते में आधा दर्जन से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया। उन्होंने बताया कि एक आरोपी ने पत्रकार के सिर में गोली मार दी और मौके से भाग गए। जोशी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। 

गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि प्राथमिकी में नामज़द दो व्यक्तियों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि स्थानीय पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में तीन संदिग्धों—छोटू, आकाश बिहारी और रवि—का नाम है। इसके अलावा प्राथमिकी में कुछ अज्ञात लोगों का भी जिक्र है। छोटू और रवि को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि आकाश को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

मामले पर पुलिस की छह टीमें काम कर रही हैं। नैथानी ने बताया कि पुलिस मामले के सबूतों के आधार पर मोहित, दलबीर, आकाश, योगेंद्र, अभिषेक और शाकिर को गिरफ्तार कर चुकी है। परिवार ने आरोप लगाया कि विजय नगर पुलिस चौकी में दर्ज अपनी शिकायत में जोशी ने छोटू, रवि और आकाश का नाम लिया था।

प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों के मुताबिक, पत्रकार को आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी थी। नैथानी ने कहा, “परिवार ने स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी की ओर से अपर्याप्त कार्रवाई का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं और स्थानीय क्षेत्र अधिकारी मामले की जांच करेंगे।

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