इंदाैर में अनलाॅक के बाद पहली बार मिले 92 संक्रमित, लॉकडाउन पर फैसला आज

अनलॉक टू के दौरान शहर में कोरोना मरीजों की तादाद बढ़ने के बाद लॉकडाउन हो या नहीं, इस पर फैसला सोमवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में होगा। हालांकि जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं, उससे लग रहा है कि प्रशासन कड़े लॉकडाउन के बजाय कुछ गतिविधियों को प्रतिबंधित कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करेगा। फिर भी हालात नहीं सुधरे तो लॉकडाउन के विकल्प पर जाएंगे। सांसद शंकर लालवानी के मुताबिक, जनप्रतिनिधियों की राय पर तय करेंगे कि अब लॉकडाउन का स्वरूप कैसा हो।
अब तक 5352 संक्रमित, 269 लोगों की गई जान
रविवार रात को 1946 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई, जिसमें से 1823 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, 92 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, दो की मौत भी हुई है। 24 मरीजों की जहां रिपोर्ट रिपीट पाॅजिटिव आई है। वहीं, 9 के सैंपल रिजेक्ट कर दिए गए। रविवार को एक बार फिर से 2725 सैंपल लिए गए। अब तक जिले में 104111 लोगों के सैंपल जांचे जा चुके हैं। अब तक 5352 संक्रमित पाए गए हैं। जिनमें से 4017 लोग ठीक हो चुके हैं।
विजयवर्गीय बोले- मैं फिर से लॉकडाउन के पक्ष में नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार रात मीडिया से चर्चा में कहा- मैं शहर में दोबारा पहले जैसे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हूं। इसके बजाय उन लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो कि गाइड लाइन का मखौल उड़ा रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि शहर को बर्बाद होने से बचाएं।

सभी अस्पताल, क्लिनिक सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की जानकारी एप पर दें : कलेक्टर
जिले को अस्पतालों, क्लिनिक, नर्सिंग होम को अपने यहां आने वाले सर्दी, खांसी, बुखार व सांस में तकलीफ वाले मरीजों की जानकारी कोविड-19 सर्वे एप में देना होगी। कोरोना संदिग्धों को चिह्नित करने के लिए यह अनिवार्य है। कलेक्टर मनीष सिंह ने रविवार शाम ये आदेश जारी किए। एप मंे जानकारी आने के बाद प्रशासन की टीम इसे संकलित कर संबंधित एसडीएम को भेजेगी, जहां डॉक्टर्स इन मरीजों की जांच करेंगे। इस एप पर सभी अस्पताल, क्लिनिक संचालकों को पंजीयन कराना होगा। दवा दुकानों का भी सौ फीसदी पंजीयन होगा। इन दुकानों पर कोई व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार की दवा लेने आता है तो संचालक उस व्यक्ति की पूरी जानकारी इस एप पर अपलोड करें। कलेक्टर ने कहा इससे कोरोना मरीजों की जानकारी मिलते ही उसका उपचार किया जा सकेगा। कलेक्टर ने सभी ड्रग इंस्पेक्टर के समन्वय, मॉनीटरिंग का काम अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर को दिया है।