मंत्री के बेटे से महिला पुलिसकर्मी को पूछताछ करना पड़ा महंगा

कोरोना वायरस ( coronavirus ) को लेकर रात के समय सड़कों पर कर्फ्यू लगा रहता है। इस दौरान केवल जरूरतमंदों को ही घरों से निकलने की इजाजत है। लेकिन, कर्फ्यू के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी को अपनी ड्यूटी करना काफी महंगा पड़ गया। साथ ही उसका तबादला तक हो गया। क्योंकि, महिला पुलिसकर्मी ने मंत्री के समर्थकों को रोक कर उनसे पूछताछ की थी।
दरअसल, कोरोना वायरस ( COVID-19 ) को लेकर रात के समय इलाके में कर्फ्यू लगा था। बताया जा रहा है कि करीब साढ़े दस बजे स्वास्थ्य राज्यमंत्री किशोर कानानी के समर्थक बिना मास्क लगाए सड़कों पर घूम रहे थे। महिला कांस्टेबल सुनिता यादव ने उन सबको रोक लिया और पूछताछ करने लगी। कांस्टेबल सुनिता यादव ने उनसे पूछा कि इतनी रात को वे लोग कहां घूम रहे हैं और मास्क क्यों नहीं पहना है? रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात से समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने मंत्री के बेटे फोन कर दिया। मंत्री के बेटे अपने पिता की गाड़ी लेकर मौके पर पहुंच गए। लेकिन, महिला पुलिसकर्मी लगातार उनसे पूछताछ करती रही। अरविंद चौधरी नामक ट्विटर यूजर ने घटनाक्रम की वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। यह वीडियो काफी वायरल हो गया है।
महिला पुलिस कांस्टेबल का ट्रांसफरवीडियो वायरल होते ही पुलिस भी एक्टिव हो गई और मंत्री ने महिला पुलिसकर्मी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंत्री कुमार कानानी का कहना है महिला पुलिसकर्मी ने उनके बेटे के साथ बदसलूकी की। इधर, पुलिस ने मामले में जांच बिठा दी है। सूरत पुलिस के पीआरओ पीएल चौधरी का कहना है कि हमने वीडियो भी देखी है और इस मामले में हमे शिकायत भी मिली है। उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इधर, इस घटना के कुछ समय बाद ही महिला कांस्टेबल सुनिता यादव का ट्रांसफर भी हो गया है। इस पूरे घटना की जांच ACP सीके पेटल को सौंपी गई है। चर्चा यहां तक है महिला पुलिसकर्मी ने इस्तीफा भी दे दिया है। हालांकि, इस पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला कांस्टेबल का ट्रांसफर पुलिस मुख्यालय में किया गया है। फिलहाल, मामले की छानबीन जारी है।