आत्मसमर्पण के इरादे से महाकाल पहुंचा विकास दुबे ?

कानपुर गोलीकांड के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने मंदिर में चिल्ला-चिल्लाकर खुद को विकास दुबे बताया। इसके बाद गार्ड ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
एनकाउंटर के डर से आत्मसमर्पण करना चाहता था विकास दुबे
महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मारे जाने के डर से विकास दुबे आत्मसमर्पण करना चाहता था। मंदिर परिसर पहुंचने के बाद वो चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहा कि पुलिस को उसके बारे में सूचना दी जाए।
मां बोली बेटे की जान बख्श दे सरकार
गैंगस्टर विकास दुबे की मां का कहना है कि हर साल मेरा बेटा उज्जैन मंदिर जाता था और श्रृंगार करवाता था। भोले बाबा ने मेरे बेटे की जान बचाई है। सरकार बेटे की जान बख्श दे।

दुबे के गैंग के पांच लोगों को पुलिस ने मार गिराया
दो जुलाई की रात पुलिस टीम पर हमले के बाद से पुलिस ने अब तक उसके गैंग के पांच लोगों को मार गिराया है, जबकि खाकी से गद्दारी करने वाले तीन पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य पुलिस की गिरफ्त में हैं।
पर्ची पर लिखाया सही नाम
गुरुवार सुबह लगभग नौ बजे विकास दुबे वीआईपी दर्शन के टिकट काउंटर पर पहुंचा। वहां उसने वीआईपी दर्शन के लिए 250 रुपए की पर्ची कटवाई। उसने जानबूझकर पर्ची पर अपना सही नाम विकास दुबे लिखवाया और मोबाइल नंबर भी दिया।
उज्जैन से गिरफ्तारी हुआ विकास दुबे: मिश्रा
जब मिश्रा से सवाल किया गया कि क्या महाकाल मंदिर में दुबे की गिरफ्तारी हुई है तो उन्होंने कहा, ‘मंदिर के बाहर-अंदर को बीच में न लाएं पर उज्जैन में गिरफ्तारी हुई है।’ पुजारी एवं कुछ लोगों ने उसका चेहरा पहचाना और उसके बाद पुलिस को सूचना दी या पुलिस ने सीधे उसे गिरफ्तार किया के सवाल पर मिश्रा ने कहा, ‘इंटेलीजेंस की बात भी बताएंगे। पहले हमें इसके मर्म तक आने दो। बाकी चीजें बाद में बताएंगे, पहले पता करने दो।’
गिरफ्तारी के बाद बोला- मैं विकास दुबे हूं

मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद विकास दुबे ने कहा, ‘मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला।’